सीडीएसएल (CDSL) क्या है: वर्तमान समय में Stock Market में इन्वेस्टमेंट काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। यदि आप भी शेयर मार्केट में निवेश की योजना बना रहें हैं, तो आपको CDSL Kya Hai के बारे में जानकारी हासिल करना बेहद जरूरी है।
क्योकि CDSL शेयर मार्केट का एक महत्वपूर्ण अंग है। जिसके बारे में प्रत्येक नए और अनुभवी निवेशको को जानकारी होनी चाहिए। यदि आप सीडीएसएल के बारे में विस्तार से जानना चाहते है, तो यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी है।
इस लेख में हम बात करने वाले हैं की CDSL क्या है?, CDSL का पूरा नाम, CDSL के क्या फायदे और नुकसान क्या है, CDSL कंपनी क्या कार्य करती है, सीडीएसएल का उद्देश्य क्या है?
आइए सबसे पहले हम CDSL का Full Form जानते हैं।
सीडीएसएल का पूरा नाम क्या है? (CDSL Full form in Hindi)
सीडीएसएल (CDSL) का पूरा नाम (Full Form) “सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (Central Depository Services Limited)” है, यह एनडीएसएल (NSDL) के बाद भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की दूसरी सबसे लोकप्रिय डिपॉजिटरी सेवा है।
सीडीएसएल की स्थापना कब हुई?
CDSL की स्थापना भारत के पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री श्री यशवंत सिन्हा के द्वारा फरवरी 1999 में गई थी, इसको Security Exchange Board of India (SEBI) के द्वारा मान्यता प्राप्त है और यह डिपॉजिटरी भी SEBI के नियमों के अंतर्गत काम करती है, CDSL का मुख्यालय मुंबई में स्थित है।
CDSL क्या है? (What is CDSL in Hindi)
सीडीएसएल (CDSL) भारत की एक ऐसी डिपॉजिटरी सेवा है, जो निवेशकों के Share, Bond, Debenture तथा Securities को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रखती है। CDSL डिपॉजिटरी Bombay Stock Exchange (BSE) के लिए काम करती है।
सीडीएसएल एक बैंक की तरह ही होता है, जिस तरह से बैंक सभी के पैसों को बिल्कुल सुरक्षित जमा करके रखता है, वैसे ही यही रोल शेयर बाजार में डिपॉजिटरी का होता है, जैसे कि आपको बैंक की सेवाओं के फायदे के लिए एक Bank Account ओपन करवाने की आवश्यकता होती है।
उसी प्रकार से डिपॉजिटरी की सेवाओं के फायदे के लिए निवेशक को एक Demat Account की आवश्यकता होती है। अगर आप Demat Account स्टॉक ब्रोकर की मदद से CDSL ने खुलवाया जाता है, तो आप CDSL डिपॉजिटरी की सेवाओं के लाभ उठा सकते हैं
CDSL के कार्य (Functions of CDSL in Hindi)
सीडीएसएल के बहुत सारे कार्य है। आइए जानते हैं CDSL के कुछ प्रमुख कार्य।
- CDSL निवेशकों के Demat Account खुलवाती है।
- CDSL निवेशकों को Share, Bond, Debenture इत्यादि सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्टोर करने की अनुमति देती है।
- सीडीएसएल Share Market मैं होने वाले shares के लेनदेन के कार्य पर भी नजर बनाए रखता है और उसे को मैनेज करता है।
- सीडीएसएल अपने ग्राहकों के सभी सिक्योरिटीज का रिकॉर्ड प्रॉपर तरीके से बनाकर रखती है
सीडीएसएल के उद्देश्य (Purpose of CDSL in Hindi)
सीडीएसएल के वैसे तो बहुत सारे उद्देश्य है, लेकिन हमने आपको कुछ मुख्य उद्देश्य के बारे में जानकारी देने की कोशिश की है, तो इन्हें ध्यानपूर्वक पढ़ें।
- सीडीएसएल का मुख्य उद्देश्य निवेशकों के प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में जमा करना है।
- CDSL का उद्देश्य भारतीय पूंजी बाजार में निवेशकों और स्टॉक ब्रोकर्स को नयी इलेक्ट्रॉनिक सेवा प्रदान करवाना है।
- सीडीएसएल भारतीय पूंजी बाजार में लागत को कम करके दक्षता को बढ़ाना है।
- CDSL का मुख्य उद्देश्य भारतीय वित्तीय बाजार में कागजी कार्रवाई को कम करना और उसे पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड बनाना है।
सीडीएसएल के फायदे (Advantage of CDSL)
CDSL के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के बाद एक मुख्य विषय यह भी आता है कि CDSL के फायदे क्या है?
ज्यादातर निवेशक ऐसे होते हैं, जो निवेश तो कर लेते हैं, परंतु उन्हें इसके फायदे की जानकारी नहीं होती जिसके कारण कभी-कभी होने वाले फायदों का लाभ वह नहीं उठा पाते, तो आइए हम आपको बताते हैं कि CDSL के क्या फायदे हैं?
- जैसा कि आपने जाना CDSL इलेक्ट्रॉनिक रूप से अपने निवेशको के Shares को सुरक्षित रखता है, इसीलिए यहां आपके share के चोरी होने या फिर किसी प्रकार की हानि होने की कोई गुंजाइश नहीं होती है।
- CDSL का दूसरा फायदा यह है कि अब जब आप अपने किसी Share को, तो दोहराने की जरूरत नहीं पड़ती है, अर्थात बिना किसी झंझट के आप अपने शेयर ट्रांसफर कर सकते हैं।
- CDSL का एक फायदा यह भी है कि आप कंपनी में हुए अपडेट को आसानी से ट्रैक करने में सक्षम होते हैं और जो भी स्टेटमेंट कंपनी को प्राप्त होती है वह आप तक CDSL की मदद से आसानी से पहुंचाई जा सकती है।
- कंपनी के घोषणाओं के अनुसार सिक्योरिटीज के डिविडेंड और बोनस को ऑटोमेटिक तरीके से Demat Account मैं जमा कर दिया जाएगा क्योंकि डीमेट अकाउंट में जमा राशि पर इंटरेस्ट मिलता है।
- CDSL में सिक्योरिटी को इलेक्ट्रॉनिक रूप में लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
- CDSL निवेशिकों के ट्रेडिंग लागत को कम करने में मदद करता है।
सीडीएसएल के नुकसान (Disadvantage of CDSL)
सीडीएसएल के जहां पर इतने सारे फायदे हैं। वहां CDSL के कुछ नुकसान भी हैं, तो चलिए जानते हैं CDSL के नुकसान।
- CDSL में सभी निवेश डिजिटल रूप में होते हैं, इसीलिए हर निवेश पर सरकार की निगरानी रहती है।
- CDSL के अंदर ज्यादातर सभी काम ऑनलाइन यानि इन्टरनेट के माध्यम से होता है, इसलिए हैकिंग का खतरा भी इसमें रहता है।
- वे लोग जो Share की खरीद पर फिजिकल सर्टिफिकेट रखने के लिए उपयोग किए जाते हैं, वे डिपॉजिटरी सेवाओं की प्रक्रिया के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते हैं।
- डिपॉजिटरी के द्वारा लेन-देन को जारी रखने के लिए बहुत सारे नियमों का पालन करना पड़ता है।
सीडीएसएल और एनएसडीएल में अंतर (Difference between CDSL and NSDL in Hindi)
सीडीएसएल (CDSL) और एनएसडीएल (NSDL) दोनों ही भारत की इलेक्ट्रॉनिक डिपॉजिटरी सेवा है, इसीलिए दोनों में ज्यादा अंतर भी नहीं है, लेकिन CDSL और NSDL में जो कुछ अंतर है, उनके बारे में हमने आपको नीचे सारणी के द्वारा बताया है ध्यानपूर्वक पढ़ें और समझें:-
सीडीएसएल (CDSL) | एनएसडीएल (NSDL) |
---|---|
CDSL का पूरा नाम Central Depository Services Limited है। | NSDL का पूरा नाम National Securities Depository Limited है। |
सीडीएसएल भारत की दूसरी सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक डिपॉजिटरी सेवा है। | एनएसडीएल भारत की पहली इलेक्ट्रॉनिक डिपॉजिटरी सेवा है। |
सीडीएसएल की शुरुवात फरवरी 1999 में हुई थी। | एनएसडीएल की शुरुवात 8 नवंबर 1996 में हुई थी। |
CDSL डिपॉजिटरी BSE के लिए कार्य करती है। | NSDL डिपॉजिटरी NSE के लिए कार्य करती है। |
सीडीएसएल के अंदर आपका Demat Account है, तो आपकी ID मैं 16 अंक होंगे। | एनएसडीएल (NSDL) में Demat Account आपकी ID की शुरुआत IN से होगी और बाकी के 14 अंक होंगे। |
CDSL डिपॉजिटरी मैं अकाउंट खुलवाने का शुल्क अलग होता है। | एनएसडीएल (NSDL) डिपॉजिटरी मैं अकाउंट खुलवाने का शुल्क अलग-अलग प्रकार का होता है। |
सीडीएसएल अपने निवेशकों से Debit निर्देशों के साथ अलग शुल्क लिया जाता है। | NSDL अपने निवेशकों से Debit निर्देशों के साथ अलग-अलग शुल्क लेते हैं। |
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FAQs:- CDSL Kya Hai in Hindi
सीडीएसएल (CDSL) भारत का एक इलेक्ट्रॉनिक डिपॉजिटरी कंपनी है, जिसका मुख्यालय मुम्बई भारत में स्थित है। जहाँ पर निवेशकों के शेयर, बॉन्ड, डिबेंचर और सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में सुरक्षित स्टोर किया जाता है। और यह विशेष रूप से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के लिए कार्य करती है।
भारत में मुख्य रूप से दो इलेक्ट्रॉनिक डिपाजिटरी है पहला NSDL और दूसरा CDSL, सीडीएसएल का मतलब “Central Depository Services Limited” और NSDL का मतलब “National Securities Depository Limited” है।
सीडीएसएल (CDSL) का मुख्यालय मुंबई, भारत में है।
हाँ, सीडीएसएल (CDSL) और एनएसडीएल (NSDL) भारत में सरकार द्वारा पंजीकृत शेयर डिपॉजिटरी सरकारी कंपनियां हैं।
CDSL की शुरुवात फरवरी 1999 में हुई थी।
हां, CDSL को इस्तेमाल करना बिलकुल सुरक्षित है।
निष्कर्ष- सीडीएसएल क्या है?
हमने आपको हमारी तरफ से CDSL Kya Hai? के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है। आशा करते हैं कि आपको यह जानकारी समझ आई होगी। और आने वाले समय में यदि आप CDSL का उपयोग करते हैं। तो आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से कुछ लाभ होगा।
अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से सब कुछ अच्छे से समझ आया तो इस आर्टिकल को उन लोगों तक जरूर शेयर करें या अपने उन दोस्तों तक जरूर पहुंचाएं जो CDSLके बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं।
इस आर्टिकल में हमने आपको बिल्कुल डिटेल से जानकारी देने की कोशिश की है, अगर आपको इस आर्टिकल में किसी भी प्रकार की दिक्कत आ रही है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं, तो हम आपके सवाल का जवाब जल्दी से जल्दी देने की कोशिश करेंगे।