Dividend Kya Hai: शेयर बाजार में मुख्य रूप से लोग दो तरह से लाभ कमाते है, पहला किसी कंपनी के शेयर वर्तमान में खरीद कर भविष्य बढ़ी हुई कीमत में बेचकर लाभ कमाते है, और दूसरा किसी कंपनी में लम्बी अवधि के लिए निवेश कर लाभांश या डिविडेंड प्राप्त कर लाभ कमाते है। कई बड़े निवेशक कंपनी में निवेश कर महीने के लाखो रुपये कमाते है। जिनमे से एक सबसे बड़े निवेशक Warren Buffett का नाम सुना ही होगा।
यदि आप डिविडेंड के बारे में नहीं जानते है, तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण होने वाला है। इस लेख में आप जानेंगे लाभांश (Dividend) क्या है, डिविडेंड के प्रकार, डिविडेंड की कैलकुलेशन, लाभांश कब और कैसे मिलता है, डिविडेंड दिने के नियम, आदि।
तो आईये विस्तार से जानते है लाभांश क्या होता है
डिविडेंड क्या होता है? (What is Dividend in Hindi)
डिविडेंड शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों द्वारा मुनाफा होने पर अपने शेयर धारको दिया जाने वाला लाभ का हिस्सा होता है, जिसे हिंदी में लाभांश और अंग्रेजी में Dividend कहा जाता है। यानि जब किसी कंपनी को वर्ष के अंत में मुनाफा होता है तब कंपनिया लाभ के कुछ प्रतिशत हिस्से को अपने शेयर धारको बंटती, इसे ही डिविडेंड या लाभांश कहते है।
डिविडेंड की घोषणा कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स द्वारा किया जाता है। डिविडेंड देने का मुख्य कारण शेयर धारको को कंपनी में निवेश करने और विश्वास बनाये रखने के लिए लाभ का हिस्सा वितरण करती है।
कंपनी अपने शुद्ध मुनाफा में से शेयर धारको को लाभांश देती है, यानि कंपनी अपने सभी खर्चे जैसे -बैंक ब्याज, टैक्स, सैलरी, अन्य सभी तरह के खर्चे घटने के बाद जो शुद्ध मुनाफा होता है, उसमे से लाभांश का हिस्सा वितरित करती है।
डिविडेंड कैसे काम करता है? (How does dividend work in Hindi)
- शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनी के अपने वित्तीय वर्ष में शुद्ध लाभ होने के बाद, कंपनी का प्रबंधन यह निर्धारित करता है कि लाभ को फिर से निवेश करना है या फिर लाभ राशी को सभी शेयरधारकों में वितरित किया जाये।
- जब कंपनी मैनेजमेंट यह निर्धारित कर लेता है कि लाभ को शेयरधारको को वितरित करना है, इसके बाद कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर डिविडेंड वितरित करने की घोषणा करते है।
- इस घोषणा में इस बात की जानकारी देती है कि लाभांश कब दिया जाएगा, प्रति शेयर लाभांश कितना होगा और Record Date की घोषणा करता है।
- आखिरी में, लाभांश कंपनी द्वारा शेयरधारकों को वितरित किया जाता है।
डिविडेंड के प्रकार (Type of Dividend in Hindi)
कंपनी शेयर होल्डर्स को निम्न 6 प्रकार के लाभांश (Dividend) देती है।
- नगद लाभांश (Cash Dividend)
- स्टॉक लाभांश (Stock Dividend)
- संपत्ति लाभांश (Asset Dividend)
- पत्रक लाभांश (Scrip Dividend)
- परिसमापन लाभांश (Liquidating Dividend)
- विशेष लाभांश (Special Dividend)
नगद लाभांश (Cash Dividend)
इस प्रकार का डिविडेंड सबसे प्रचलित है, ज्यादातर कंपनियां अपने शेयर धारको को Cash Dividend ही वितरण करती है। इसमें कंपनी अपने शेयरधारको को लाभांश की राशी सीधे उनके बैंक खाते में ट्रान्सफर करती है। या उनके नाम से बैंक चेक भेज देती है।
स्टॉक लाभांश (Stock Dividend)
इस प्रकार के लाभांश में कंपनियां नकद लाभांश न देकर अपने शेयरधारकों को शेयर या स्टॉक वितरित करती हैं। इसमें शेयरधारकों के पास यह विकल्प होता है कि वे स्टॉक लेना चाहते हैं या नकद लेना चाहते हैं।
संपत्ति लाभांश (Asset Dividend)
इस प्रकार के लाभांश में कंपनी अपने शेयरधारकों को चल-अचल संपत्ति या गैर-मौद्रिक संपत्ति के रूप में लाभांश वितरित करती है, इसलिए इसे संपत्ति लाभांश कहा जाता है, लेकिन इस प्रकार का लाभांश बहुत ही कम मामलों में दिया जाता है।
पत्रक लाभांश (Scrip Dividend)
जब किसी कंपनी के पास अपने शेयरधारको को लाभांश देने के लिए प्रयाप्त धन नहीं होता, तब कंपनी अपने शेयर धारक को Scrip Dividend वितरित करती है। इस प्रकार का डिविडेंड एक तरह का एग्रीमेंट होता, इस लाभांश को भविष में दिया जाना तय है।
परिसमापन लाभांश (Liquidating Dividend)
परिसमापन लाभांश कंपनी द्वारा तब दिया जाता है जब कंपनी अपना व्यवसाय बंद कर रही होती है। Liquidating Dividend शेयरधारकों को दिया जाने वाला अंतिम भुगतान होता है।
विशेष लाभांश (Special Dividend)
जब कंपनी को लाभ अधिक होता है तो कंपनी अपने शेयरधारक को अपनी डिविडेंड पॉलिसी से हटकर एक Special Dividend देती है, इस प्रकार का लाभांश सामान्य लाभांश से अधिक होता है।
डिविडेंड पालिसी क्या है? (Dividend Policy in Hindi)
कंपनी अपने शेयरधारकों को लाभांश देने के लिए जिन नियमों का पालन करती है, उसे लाभांश नीति कहते हैं। यह पालिसी सभी कंपनियों की अलग-अलग होती है, जिसे कंपनी के वित्तीय मैनेजमेंट और बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स द्वारा आपसी सहमती से बनाया जाता है। इसलिए जब कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स लाभांश वितरण की घोषणा करते है, तब वे अपनी कंपनी की लाभांश पालिसी के अनुसार वितरण करते हैं।
डिविडेंड देने के नियम क्या है? (Dividend Rules in Hindi)
शेयर बाजार में निवेश करने वाले प्रत्येक निवेशको को लाभांश पालिसी के बारे में जानकारी होनी चाहिए। जैसे डिविडेंड कब मिलता है, डिविडेंड कैसे मिलता है, आदि।
- कंपनी के लिए शेयरधारकों को डिविडेंड का भुगतान करना अनिवार्य नहीं है। यह पूरी तरह से कंपनी की नीति और प्रबंधन पर निर्भर करता है कि शेयरधारक को लाभांश देना है या नहीं।
- लाभांश देने का पूरा अधिकार कंपनी के Board of Director के पास होता है।
- यह जरुरी नहीं होता है कि कंपनी अपने शेयरधारको को हमेशा डिविडेंड दें।
- कंपनी लाभांश की राशी Face Value पर तय करती है।
डिविडेंड की गणना कैसे करते है (Dividend Calculation in Hindi)
स्टॉक मार्केट में लिस्टेड प्रत्येक कंपनी के शेयर की फेस वैल्यू होती है, इसी फेस वाले को आधार मानकर कंपनिया डिविडेंड की घोषणा करती है। इसका मतलब यह की कंपनी के वर्तमान शेयर की कीमत से डिविडेंड नहीं दिया जाता है, बल्कि फेस वैल्यू के आधार पर डिविडेंड दिया जाता है।
आईये हम एक उदहारण से समझते है।
-मान लीजिये आपके पास XYZ कंपनी के 100 शेयर है जिसका बाजार भाव वर्तमान में 200 रुपये है और इसकी Face Value 10 रुपये है। यदि कंपनी ex. Date को 50% डिविडेंड की घोषणा करती है, तो इसका मतलब आपको प्रति शेयर 5 रुपये का लाभांश मिलेगा।
यानि जिस कंपनी के शेयर की फेस वैल्यू अच्छी होगी आपको उतना ही अधिक डिविडेंड मिलेगा।
यानि आपका कुल लाभांश – 100 शेयर x 5 रुपये प्रति शेयर = 500 रुपये होगा।
डिविडेंड निकालने का फार्मूला
Dividend Formula: Dividend = Current Share Price x Dividend Yield x Numbers of Share
डिविडेंड निकालने के लिए मुख्य रूप से आपको 3 चीजो की जानकारी होनी चाहिए-
- वर्तमान में कंपनी के शेयर की कीमत – जिसे आप किसी भी Trading App या Google पर सर्च कर सकते है।
- डिविडेंड यील्ड, जिसे आप शेयर चार्ट के एडवांस आप्शन में देख सकते है।
- आपके पास मौजूद कुल शेयर कितने है, इसकी जानकारी आप अपने Demat Account के पोर्टफोलियो में देख सकते है।
डिविडेंड कब और कैसे मिलता है?
शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनी को वार्षिक मुनाफा होता है, तब कंपनी अपने शेयरधारको को मुनाफा देती है, जिसको डिविडेंड या लाभांश कहा जाता है। यह डिविडेंड प्रति शेयर के अनुसार दिया जाता है।
डिविडेंड राशी को शेयरधारक के Demat Account से लिंक बैंक खाते में जमा किया जाता है। जैसे मान लीजिये आपका डीमेट खाता Dhan App में है, जिसमे अपने SBI बैंक का खाता जोड़ रखा है, तो आपकी डिविडेंड राशी आपके SBI खाते में मिलेगी।
Dividend Yield क्या है?
डिविडेंड यील्ड किसी कंपनी के स्टॉक का Financial Ratio होता है, जिससे निवेशक को यह पता चलता की उस स्टॉक की मौजूदा मार्केट कीमत में निवेश करने पर कितना डिविडेंड मिल सकता है। Dividend Yield स्टॉक की कीमत के अनुसार प्रतिदिन घटता और बढ़ता रहता है।
आईये एक उदहारण से समझते है-
मान लीजिये ABC कंपनी की वर्तमान शेयर कीमत 100 रुपये है और Face Value 10 रूपये है, और कंपनी ने 50 प्रतिशत डिविडेंड देने की घोषणा की है, यानि कंपनी आपको 5 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देगी।
डिविडेंड यील्ड निकालने का फार्मूला: Dividend Yield = (Dividend Value/ Current Market Price)x 100
सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनी
हम आपको भारत की कंपनियों के नाम दे रहें है, जो सबसे ज्यादा डिविडेंड देती है। कंपनी डिविडेंड पालिसी में समय के हिसाब से बदलाव भी कर सकती है।
- REC Ltd.
- Coal India
- Banco Products
- Standards Inds.
- HUDCO
- Gothi Plascon
- Oracle Fin. Serve
- CESC
- Oil India
- Tide Water Oil
Note: ऊपर दिए गए कंपनी के नाम केवल जानकारी के लिए है, हम ऊपर दिए गए कंपनी में निवेश करने की सलाह नहीं देते है, किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह अवश्य लें।
लाभांश से सम्बंधित पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण सवाल
मुख्य रूप से कंपनी वार्षिक लाभ होने पर डिविडेंड की घोषणा करती है, लेकिन कुछ कंपनी साल में 2 से 3 बार अपने शेयर होल्डर्स को लाभांश वितरण करती है, लाभांश की घोषणा कंपनी के मैनेजमेंट द्वारा किया जाता है। जिसकी जानकारी आपको कंपनी की वेबसाइट या Money control वेबसाइट पर मिल जाती है।
Dividend को हिंदी में लाभांश कहते है, यानि निवेश की राशी पर मिलने वाला लाभ होता है।
जिस कंपनी के स्टॉक में निवेश करने पर निवेशको को लाभांश मिलता है, उस स्टॉक को डिविडेंड स्टॉक कहते है।
डिविडेंड या म्युचुअल फंड आय कर योग्य है, यदि आप 5000 रुपये से अधिक कंपनी के शेयरों से या म्यूच्यूअल फण्ड से डिविडेंड के रूप में आय प्राप्त करते हैं, तो आम तौर पर 10% टीडीएस काटा जाता है। लेकिन कोरोना महामारी के बाद भारत सरकार ने लोगों को राहत देने के लिए डिविडेंड पर टीडीएस की दर घटाकर 7.5% कर दी है.
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निष्कर्ष: लाभांश क्या है?
इस लेख में “डिविडेंड क्या है” आपने समझा की डिविडेंड स्टॉक में निवेश कर आप किस प्रकार से लाभ प्राप्त कर सकते है। लेकिन यह जरुरी नहीं होता की आपको नियमित रूप से कंपनी से लाभांश मिलता रहे। क्योकि कम्पनी का लाभ प्रत्येक वर्ष यह जरुरी नहीं है। किसी वर्ष कंपनी को घाटा भी हो सकता है। इसलिए किसी भी कंपनी में निवेश सोच समझ कर निवेश करना चाहिए।
यदि आपके मन में डिविडेंड से सम्बंधित अन्य सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में लिख सकते है। हम आपके सवालो जवाब देने का पूर्ण प्रयास करेंगे। उम्मीद करते है आपको लाभांश क्या है के बारे में पूरी जानकारी मिली होगी, यदि आपको यह लेख पसंद आये तो इस लेख को अपने उन दोस्तों के साथ शेयर करें जो डिविडेंड के बारे में जानना चाहते है।