NSE और BSE में अंतर: यदि आप Share Market में निवेश (Invest) की सोच रहें है, तो आपने NSE और BSE का नाम जरूर सुना होगा। हालाँकि लगभग सभी लोग जानते है कि ये दोनों स्टॉक एक्सचेंज Shares और Securities से जुड़े हुए है। लेकिन क्या आपने सोचा है NSE और BSE में क्या अंतर है? और ये दोनों एक दूसरे से कितने अलग है।
तो चलिए हम आपको बताते है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में क्या फर्क है? और BSE और NSE के सूचकांक क्या है?
शेयर बाजार में भारत के दो बड़े प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है।
- BSE यानि Bombay Stock Exchange
- NSE यानि National Stock Exchange
BSE (Bombay Stock Exchange) क्या है?
BSE एक स्टॉक एक्सचेंज है। जिसका पूरा नाम “Bombay Stock Exchange” है। यह भारत का ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे पहला स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी शुरुवात स्थापना 9 जुलाई 1875 में “The Native Stock Broker Association” के नाम से हुई थी। बाद में इसे बदल कर “बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज” कर दिया गया।
भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व पटल पर लाने में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का अहम् योगदान है। भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता की सितम्बर 2021 में बीएसई का मार्किट कैपिटलाइजेशन 3.6 ट्रिलियन US डॉलर था। इसके साथ ही BSE दुनिया की 10वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बन गया था।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का कारोबार भारत के 420 शहरों तक पहुंच चुका है। इसे 145 साल का अनुभव है। इसलिए, यह निवेशकों के लिए सबसे भरोसेमंद स्टॉक एक्सचेंज है।
BSE की ऑनलाइन ट्रेडिंग की शुरुवात वर्ष 1995 में हुई थी। उस समय इसकी क्षमता 8 मिलियन ट्रांसक्शन प्रति दिन थी।
Quick Overview of Bombay Stock Exchange (BSE) in Hindi
BSE मुख्य बिंदु | विवरण |
---|---|
Founded | 1875 |
Type | Stock Exchange |
Location | Mumbai, Maharastra, India |
Owend By | Bombay Stock Exchange |
Chairman | Vikramjit Sen |
CEO & MD | Ashish Kumar Chauhan |
Currency | Indian Rupees |
Market Cap | US$3.6 trillion (Sep 2021) |
Indices | BSE SENSEX |
Website | www.bseindia.com |
NSE (National Stock Exchange) क्या है?
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी शुरुआत 1992 में मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में हुई थी। यह भारत का पहला स्टॉक एक्सचेंज है जो पूरी तरह से आधुनिक और इलेक्ट्रॉनिक स्टॉक ट्रेडिंग सिस्टम पर आधारित है। इसने कागज आधारित शेयर ट्रेडिंग प्रक्रिया को पूरी तरह से बदल दिया। और शेयर बाजार में कागजी कार्रवाई का चलन खत्म हो गया।
NSE का मुख्य उद्देश्य भारतीय शेयर मार्केट में निवेशकों के निवेश के लिए पारदर्शिता (Transparency) लाना था। और ऐसा हुआ भी। क्योकि आज NSE भारत का ही नहीं बल्कि दुनियां का 11वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंजों में से एक है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में देश की सभी बड़ी कंपनियां लिस्टेड है। और इसकी पहुँच भारत के लगभग सभी शहरो में है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में जितना सहयोग BSE का है उतना ही सहयोग NSE का भी है। अगर हम बिज़नेस के हिसाब से बात करें तो NSE विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। इससे हम अंदाजा लगा सकते है की NSE का भारतीय अर्थव्यवस्था में कितना बड़ा योगदान है।
Quick Overview of National Stock Exchange of India (NSE) in Hindi
NSE मुख्य बिंदु | विवरण |
---|---|
Founded | 1992 |
Type | Stock Exchange |
Location | Mumbai, Maharastra, India |
Owend By | National Stock Exchange of India Limited |
Chairman | Girish Chandra Chaturvedi |
CEO & MD | Vikram Limaye |
Currency | Indian Rupee |
Market Cap | US$3.1 trillion (May 2021) |
Indices | NIFTY 50 |
Website | www.nseindia.com |
एनएसई और बीएसई के सूचकांक (Index) क्या है?
एनएसई और बीएसई के सूचकांक (Index) निम्न है।
- NSE का सूचकांक ‘NIFTY‘ ( ‘N’= NSE और ‘IFTY’ = Fifty यानि NSE-50) है।
- BSE का सूचकांक ‘SENSEX‘ ( Sensitive + Index यानि ‘संवेदनशील सूचकांक‘) है।
NSE का बेंचमार्क क्या है?
शेयर बाजार में एक बेंचमार्क होता है। एनएसई का बेंचमार्क या इंडेक्स Nifty-50 है। निफ़्टी 50 में भारत की शीर्ष 50 कंपनियों को शामिल किया जाता जिनका व्यापार और प्रदर्शन बेहतर है। इन सभी 50 कंपनियों का समय-समय पर मूल्यांकन किया जाता है। जिसके आधार पर यह तय होता है कि निफ्टी-50 में किस कंपनी को शामिल करना है और किस कंपनी से बाहर निकलना है।
BSE का बेंचमार्क क्या है?
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क Sensex है। यह दो शब्दों Sensitive और Index से मिलकर बना है। जिसका मतलब “संवेदनशील सूचकांक” होता है। इसकी शुरुवात वर्ष 1986 में हुई थी। यह भारत की पहली Equity Index है जो 30 बड़ी कंपनियों को पहचान देता है। SENSEX बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर भाव में होने वाली तेजी और मंदी को प्रदर्शित करता है।
NSE और BSE में अंतर क्या है? (Difference of NSE vs BSE in Hindi)
BSE और NSE दोनों ही भारत के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज है। दोनों का रेजिस्टर्ड ऑफिस मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। जिसमे देश की सभी बड़ी कम्पनिया सूचीबद्ध है। और जिसमे हर दिन हजारो निवेशक और ब्रॉकर इन स्टॉक एक्सचेंज के साथ कारोबार करते है। दोनों ही कंपनियों का सञ्चालन SEBI (Securities Exchange and Board of India) की निगरानी में किया जाता है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में मुख्य अंतर निम्न प्रकार से है।
शुरुआत (Startup)
BSE की शुरुआत वर्ष 1875 में हुई थी। यह भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। जबकि NSE की शुरुआत करीब 30 साल पहले वर्ष 1992 में हुई थी।
वैश्विक स्टॉक एक्सचेंज रैंकिंग (Global Stock Exchange Ranking)
स्टॉक एक्सचेंज ग्लोबल रैंकिंग के हिसाब से देखें तो दोनों का प्रदर्शन लगभग एक सामान है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज 10वें स्थान पर है और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 11वें स्थान पर है।
इलेक्ट्रॉनिक व्यवसाय (Electronic Business)
इलेक्ट्रॉनिक स्टॉक एक्सचेंज की शुरुवात पहली बार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने वर्ष 1992 में किया था। जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने वर्ष 1995 में किया था।
सूचकांक (Index)
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक Sensex है जिसमे 30 कंपनियां शामिल है। और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक Nifty है जिसमे 50 कंपनियां शामिल हैं।
मान्यता (Recognition)
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को 1992 और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 1957 में SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) द्वारा मान्यता दी गयी थी।
लिस्टेड कंपनियों की संख्या (Number of companies listed)
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लगभग 1600 कंपनियां सूचीबद्ध है। जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में 5000 से अधिक कंपनियां सूचीबद्ध है। यह फर्क इसलिए नजर आता है क्योकि BSE बहुत पुरानी कंपनी है और NSE मात्र 30 वर्ष पुरानी कंपनी है।
व्यापार (Business)
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज मुख्यतः Equity, Mutual Fund, Currency और Derivatives में ट्रेडिंग को बढ़ावा देता है। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज Equity, Equity Derivatives, Debt और Currency Derivatives सेगमेंट को बढ़ावा देता है।
स्वामित्व (Ownership)
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का गठन डिम्युचुअलाइज़ स्टॉक एक्सचेंज के रूप में किया गया था। यह घरेलू और वैश्विक संस्थानों द्वारा किया गया था। इसलिए, इसके अधिकांश शेयरधारक बैंक हैं। जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का स्वामित्व 40% दलालों के पास है, बाकी का स्वामित्व घरेलू और वित्तीय निवेशकों के पास है।
FAQ: NSE और BSE से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल।
बीएसई का सूचकांक Sensex है। जिसमे भारत की प्रमुख 30 कंपनियां शामिल है। और इसमें लगभग 5000 से अधिक कम्पनिया लिस्टेड है।
एनएसई का सूचकांक Nifty है। जिसमे भारत की 50 कंपनियां सूचीबद्ध है। और इसमें लगभग 1600 से ज्यादा कम्पनिया लिस्टेड है।
भारत में SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) द्वारा मान्यता प्राप्त कुल 23 स्टॉक एक्सचेंज कंपनियां है। जो SEBI की निगरानी में कार्य करती है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी शुरुआत वर्ष 1875 में हुई थी। इसकी पहुंच भारत के 418 शहरो तक है।
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- BSE क्या है?
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- Share Market क्या है?
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- SIP क्या होता है?
निष्कर्ष: एनएसई और बीएसई में अंतर।
दोस्तों, उम्मीद है की मैंने आपको NSE और BSE में अंतर क्या है? NSE और BSE में सबसे अच्छा कौन है? के बारे में पूरी जानकारी दी है। और उम्मीद करता हु की NSE और BSE के सूचकांक आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा।
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